Thursday, 21 November 2013

Guruji, Please tell us about the Lakshmi pooja done in ‘Diwali’.

Photo: अकबर बादशाह के समय में बीरबल प्रधानमंत्री थे | एक दिन बादशाह ने बीरबल को बुलाया और कहने लगे कि बीरबल तुम इतने होशियार होतो तुम्हारे वालिद तो तुमसे भी ज्यादा अक्लमंद होंगे | मैं उनसे मिलना चाहता हूं | बीरबल ने कहा कि सरकार वह देहात के रहने वाले सीधे साधे हैं | किंतु बादशाह ने कहा कि मेरी बड़ी इच्छा है कि उनके दर्शन करूं |बीरबल ने बादशाह का मतलब समझ लिया और बोला कि अच्छी बात है | कुछ दिनों बाद उसने समाचार भेजकर अपने पिता को बुलाया| उनके लिये बहुत ही सुन्दर पोशाक बनवाया और समझाया कि पिता जी - बादशाह आपसे मिलना चाहता है | आप जब दरबार में जाइऐगा तोबादशाह को सलाम करकेबैठ जाएयेगा | बादशाह आपसे कुछ भी पूछे – कोई उत्तर न दीजिएगा|

एक दिन बीरबल के पिता जी खूब सज धज करदरबार में पहुंचे | बादशाह को खबर की गई कि बीरबल के पिता जी आये हैं | बादशाह थोड़ी देर में आया | उसे देखकर बीरबल के पिता जी ने सलाम किया और बैठ गए | बादशाह ने पूछा कि आप बीरबल के पिता हैं | पिताजी चुप थे |उसने फिर पूछा कि आप का नाम
क्या है | वे अब भी चुप रहे और कुछनहीं बोले | आगे बादशाह ने पूछा कि गाँव की खेती इस साल कैसी है ? पिता जी चुप रहे | बादशाह ने दर्जनों सवाल किये किन्तु बीरबल के पिता ने जबान तक नहीं हिलाई |बादशाह खीज उठा और यह कहते हुए अन्दर चला गया कि किस मुर्ख से आज पाला पड़ा |

बादशाह के जाने के बाद बीरबल के पिता जी भी उठकर घर चले आये और उन्होंने बीरबल से सारी बातेंबता दी| बीरबल ने कहाकि ठीक है | चार दिन बाद बीरबल दरबार पहुंचे तो अकबर बादशाह ने कहा अरे बीरबल सुनो तुमसे एक जरुरी बात करनी है | बीरबल करीब आये तो बादशाह ने कहा कि बीरबल -
“यदि मूर्खों से पाला पड़जाय तो क्या करना चाहिए” इस पर बीरबल तपाक से बोल पड़ा कि ‘हुजूर, सरकार चुप्प रहना चाहिए’. यह सुनकर बादशाह की आँखें नीची हो गयी|

Om Namah Shivay 

***Write " Om Namah Shivay " if you ask for God's blessing on your life today. Please Like and Share to bless others!

http://www.vedic-astrology.co.in

Q: Guruji, Please tell us about the Lakshmi pooja done in ‘Diwali’.

Guruji : The most important day of the Diwali Celebrations is the third day – Lakshmi Puja. This is the day when the sun enters its second course. This day is considered to be very auspicious, in spite of it being the darkest night. The impenetrable darkness of the night slowly disappears as small twinkling lamps light up entire cities. It is believed that Lakshmi walks on this planet on this night and showers blessings for abundance and prosperity. This evening people perform Lakshmi Puja and distribute homemade sweets to everyone.

On this very auspicious day, many saints and great people have taken Samadhi and left their mortal bodies. The great seers include Lord Krishna and Bhagwan Mahavir. This is also the very day when Lord Rama returned home with Sita and Lakshman after 14 years in exile.

It is believed that wealth (Goddess Lakshmi) is very transient and it stays only where there is hard work, sincerity and gratefulness. In Shriman Bhagvatam, there is a mention about an incident when Goddess Lakshmi left the body of King Bali and wanted to go with Lord Indra. On questioning, she mentioned that she resides only where there is 'Satya', 'Daan', 'Vrat', 'Tapa', 'Parakram' and 'Dharma'.

Om Namah Shivay 

No comments:

Post a Comment