Saturday, 4 February 2017

Lord Shiva has matted hair from where river Ganga flows.

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भगीरथ ने ब्रह्मा जी से कहा, “हे प्रभु, कृपया आप मुझे सगर के पुत्रों का उद्धार करने के लिए गंगा का जल प्रदान कर दीजिए तथा साथ ही मुझे एक सन्तान भी दें ताकि इक्ष्वाकु वंश नष्ट न हो जाए।“ भगीरथ की प्रार्थना सुन ब्रह्मा जी मुस्कुराए और बोले, “हे वत्स! मेरे आशीर्वाद से जल्द ही तुम्हारे यहां एक पुत्र होगा किन्तु तुम्हारी पहली मांग गंगा का जल देना, यह मेरे लिए कठिन कार्य है। क्योंकि जब गंगा जी वेग के साथ पृथ्वी पर अवतरित होंगी तो उनके वेग को पृथ्वी संभाल नहीं सकेगी। “यदि गंगा के वेग को संभालने की किसी में क्षमता है तो वह हैं केवल महादेव जी। इसीलिए तुम्हें पहले भगवान शिव को प्रसन्न करना होगा।“ यह बोल ब्रह्मा जी वापस ब्रह्म लोक की ओर प्रस्थान कर गए।
अगले बहुत हज़ार वर्ष तक भगीरथ ने पैर के अंगूठे के सहारे खड़े होकर महादेव जी की तपस्या की। इस दौरान उन्होंने वायु के अलावा अन्य किसी भी चीज़ का ग्रहण नहीं किया। उनकी इस कठोर तपस्या से प्रसन्न होकर महादेव जी ने उन्हें दर्शन दिए और बोले, “हे परम भक्त! तुम्हारी भक्ति से मैं बेहद प्रसन्न हुआ। मैं अवश्य तुम्हारी मनोकामना को पूरा करूंगा, जिसके लिए मैं अपने मस्तक पर गंगा जी को धारण करूंगा।“ इतना कहकर भगवान शिव वापस अपने लोक चले गए। यह सूचना जब गंगा जी तक पहुंची तो वह चिंतित हो गईं, क्योंकि वह सुरलोक छोड़ कहीं जाना नहीं चाहती थीं
उन्होंने योजना बनाई कि वह अपने प्रचण्ड वेग से शिव जी को बहा कर पाताल लोक ले जाएंगी। परिणामस्वरूप गंगा जी भयानक वेग से शिव जी के सिर पर अवतरित हुईं लेकिन शिव जी गंगा की मंशा को समझ चुके थे। गंगा को अपने साथ बांधे रखने के लिए महादेव जी ने गंगा धाराओं को अपनी जटाओं में धीरे-धीरे बांधना शुरू कर दिया। अब गंगा जी इन जटाओं से बाहर निकलने में असमर्थ थीं। गंगा जी को इस प्रकार शिव जी की जटाओं में विलीन होते देख भगीरथ ने फिर शंकर जी की तपस्या की।
भगीरथ के इस तपस्या से शिव जी फिर से प्रसन्न हुए और आखिरकार गंगा जी को हिमालय पर्वत पर स्थित बिन्दुसर में छोड़ दिया। छूटते ही गंगा जी सात धाराओं में बंट गईं।
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Lord Shiva has matted hair from where river Ganga flows. When Ganga incarnated on Earth, Lord Shiva captured her in his hair to avoid that she would flood all of Earth. Hence his name Gangadharaya, Bearer of the river Ganga. The Ganga flows from the matted hair of Shiva. The Gaṅga holy river is said to have made her abode in Shiva's hair.
The legend of Bhagiratha states that when he invoked the gods to send the divine Ganges to earth to relieve a drought and purify the remains of his ancestors, he was warned that the earth had not the capacity to withstand the descent of the Ganges from heaven, in pursuit of which he propitiated Shiva to receive Ganga upon her descent from heaven and release her with diminished force. Shiva agreed to trap the youthful and mischievous Ganga in his matted locks and release her to the earth. It was thus, according to Hindu legend, that the Ganga came to be trapped in Shivas matted locks, and to be portrayed as flowing therefrom, in all representations of Shiva.
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Shubh Ratri ~ Good Night 🙏🏻❤️🙏🏻

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