धार्मिक नजरिए से गृहस्थ हों या कार्यक्षेत्र सफलता पाने के लिए शांतस्वरूप व जगत के पालनहार भगवान विष्णु की उपासना शुभ फलदायी मानी गई है। क्योंकि भगवान विष्णु जगत पालक पुकारे जाते हैं। भगवान विष्णु से जुड़ा पालनकर्ता का भाव कर्तव्य व कर्म का एहसास कराता है। दोनों ही भावना सांसारिक जीवन की सफलता के लिए बहुत ही अहम है। व्यावहारिक रूप से भी जिम्मेदारी उठाने और काम को कुशलता से पूरा करने के लिए शांत स्वभाव और संयम जरूरी है।
वर्तमान में एकादशी, द्वादशी व पूर्णिमा तिथियों और गुरूवार के दिन, भगवान विष्णु की भक्ति, श्रीविष्णु मंत्र ध्यान के जरिए बड़ी मंगलकारी मानी गई है।
श्री विष्णु कृपा के लिए खासतौर पर विष्णु गायत्री मंत्र महामंत्र माना गया है। क्योंकि जगतजननी गायत्री की 24 देवशक्तियों में भगवान विष्णु एक हैं। इसके स्मरण मात्र से सारे कार्य बाधा, दु:ख व संताप दूर हो जाते हैं। जानिए यह विष्णु गायत्री मंत्र और विष्णु पूजा की आसान विधि -
श्री विष्णु कृपा के लिए खासतौर पर विष्णु गायत्री मंत्र महामंत्र माना गया है। क्योंकि जगतजननी गायत्री की 24 देवशक्तियों में भगवान विष्णु एक हैं। इसके स्मरण मात्र से सारे कार्य बाधा, दु:ख व संताप दूर हो जाते हैं। जानिए यह विष्णु गायत्री मंत्र और विष्णु पूजा की आसान विधि -
- स्नान के बाद घर के देवालय में पीले या केसरिया वस्त्र पहन श्रीहरि विष्णु की प्रतिमा को गंगाजल स्नान के बाद केसर चंदन, सुगंधित फूल, तुलसी की माला, पीताम्बरी वस्त्र कलेवा, फल चढ़ाकर पूजा करें। भगवान विष्णु को केसरिया भात, खीर या दूध से बने पकवान का भोग लगाएं।
- धूप व दीप जलाकर पीले आसन पर बैठ तुलसी की माला से नीचे लिखे विष्णु गायत्री मंत्र की 1, 3, 5, 11 माला का पाठ यश, प्रतिष्ठा व उन्नति की कामना से करें -
- धूप व दीप जलाकर पीले आसन पर बैठ तुलसी की माला से नीचे लिखे विष्णु गायत्री मंत्र की 1, 3, 5, 11 माला का पाठ यश, प्रतिष्ठा व उन्नति की कामना से करें -
ऊँ नारायणाय विद्महे।
वासुदेवाय धीमहि।
तन्नो विष्णु प्रचोदयात्।।
वासुदेवाय धीमहि।
तन्नो विष्णु प्रचोदयात्।।
- पूजा व मंत्र जप के बाद विष्णु धूप, दीप व कर्पूर आरती कर देव स्नान कराया जल यानी चरणामृत व प्रसाद ग्रहण करें।
श्रीमदभागवत के अनुसार एकादशी व पूर्णिमा के अवसर पर भगवान विष्णु की पूजा से मनुष्य की इस लोक में तो सभी इच्छाएं पूर्ण होती ही है, साथ ही उसे मोक्ष भी मिलता है। यही कारण है कि एकादशी तथा पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु का ध्यान और पूजा-अर्चना करना श्रेष्ठ माना जाता है। विष्णु के 10 अवतारों की कथा श्रवण करने तथा उनके मंत्रों के जाप से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
🕉संतति सुख, अटूट दाम्पत्य व घर की शांति के लिए इस श्लोक का 51 बार पाठ करें :🕉
मूकं करोति वाचालं पंगुलंघयतेगिरिम्। यत्कृपा तंहम् वन्दे परमानन्दं माधवम्।।
🕉एकादशी तिथि को सर्वकामना सिद्धि के लिए भगवान विष्णु की स्तुतिपरक इस श्लोक का 21 बार पाठ करें :🕉
शान्ताकारं भुजगशयनं पद्मनाभं सुरेशं विश्वाधारंम गगनसदृशं मेधवर्णं शुभांगम्।
लक्ष्मीकान्तं कमलनयनं योगिभिध्र्यानगम्यं वन्देविष्णुं भवभयहरं सर्वलोकैकनाथम्।।
लक्ष्मीकान्तं कमलनयनं योगिभिध्र्यानगम्यं वन्देविष्णुं भवभयहरं सर्वलोकैकनाथम्।।
🕉अकाल मृत्यु निवारण, शारीरिक स्वास्थ्य व भवन दोष निवारण के लिए इस श्लोक का 21 बार पाठ करें :🕉
शशंक चक्रं किरीटकुंडलं सपीतवस्त्रं सरसिरूहेक्षणं।
सहस्त्राक्षवक्षस्थलकौस्तुभश्रियं नमामि विष्णुं शिरसा चतुर्भुजम्।।
सहस्त्राक्षवक्षस्थलकौस्तुभश्रियं नमामि विष्णुं शिरसा चतुर्भुजम्।।
🕉देव जागरण के बाद मंत्र🕉
'ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय नम:' या 'राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे। सहस्त्रनाम तत्तुल्यं रामनाम वरानने।।' या श्रीविष्णुसहस्त्रनाम, गोपालसहस्त्रनाम और श्रीरामरक्षास्तोत्र का पाठ करें।
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Shri Vishnu Pooja Vidhi
1. Observing fast throughout the day.
2. Chanting Vishnu Sahasranama, Narayana Mantra and other mantras 108 times.
3. Pooja starts with the chanting of Beej mantra followed by offering a seat to the Lord (asana).
4. The Lord’s idol is then washed ceremoniously with water and panchamrit.
5. 108 recitation of Lord Vishnu’s name is observed with the offering of flowers, lamps and incense.
6. Worshiping the Lordis considered very auspicious; especially on the days of Poornima.
7. Donating food to Brahmins is also encouraged.
2. Chanting Vishnu Sahasranama, Narayana Mantra and other mantras 108 times.
3. Pooja starts with the chanting of Beej mantra followed by offering a seat to the Lord (asana).
4. The Lord’s idol is then washed ceremoniously with water and panchamrit.
5. 108 recitation of Lord Vishnu’s name is observed with the offering of flowers, lamps and incense.
6. Worshiping the Lordis considered very auspicious; especially on the days of Poornima.
7. Donating food to Brahmins is also encouraged.
Shri Vishnu Pooja Benefits
1. Blesses the devotees with a long and happy life.
2. Brings peace and happiness to the body, mind and soul.
3. Makes personal and professional life more prosperous.
4. Gives courage to face the various difficulties of life.
5. Helps to gain Moksha or salvation in the afterlife.
2. Brings peace and happiness to the body, mind and soul.
3. Makes personal and professional life more prosperous.
4. Gives courage to face the various difficulties of life.
5. Helps to gain Moksha or salvation in the afterlife.
🕉”Shanta Karam Bhujaga Shayanam. Padmanabham Suresham.
Vishvadharam Gagana Sadrusham. Megha Varnam Shubhangam.
Lakshmi Kantam Kamala Nayanam. Yogibhir Dhyana Gamyam.
Vande Vishnum Bhava Bhaya Haram, Sarva Lokaia Kanatham.”
Vishvadharam Gagana Sadrusham. Megha Varnam Shubhangam.
Lakshmi Kantam Kamala Nayanam. Yogibhir Dhyana Gamyam.
Vande Vishnum Bhava Bhaya Haram, Sarva Lokaia Kanatham.”
meaning: ”O God, You are the embodiment of peace. You are as vast as the sky. You are the sustainer of the universe. You are formless. You are great. O embodiment of goodness, Lord of wealth and beauty, You are the object of meditation for the wise and God-realized.”
🕉 Narayana Gayatri Mantra 🕉
Om Narayanaye Vidmahe Vasudevaya Dhimahi Tanno Vishnu Prachodayat ~~
Om, Let me meditate on Lord Narayana, Oh, Lord Vasudeva, give me higher intellect, And let Lord Vishnu illuminate My Mind.!
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